ई शायरी प्राप्त करि !
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
Read moreहम त ऽ करैत छि प्यार अहाँ सँ , चाहे दु हमरा लाख गाली ! एक दिन बनायब जरूर अहाँके , हम अप्पन घरवाली !!
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
Read moreदिलकऽ धड़कनमें बसा लेनौं अहाँके , अहाँ शिवा आब किछ नई चाही हमरा ! बस, हमरा प्यार चाही अहाँके , चाहे साथ छोड़ि दई जग सारा !!
Read moreगुमान आबो तऽ छोड़ गे ललिया दिल हमर नञि तोड़ गे ललिया॥ साँचल अप्पन तो प्रेमकऽ नाता, हमरे सङ्गे तु जोड़ गे ललिया॥ सप्पत तोहर आबे नै देबौ हम, आँखिमे कहिय…
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
Read moreजिनगीमें सगरो अछि काँट भरल रस्ता, परवाह कनिको नइ महंग होय आ सस्ता ।। अप्पन सौँसे देवालमें सियाही पोतल छै, देख हाल दोसरके ठहक्का माइर हस्ता ।। …
Read moreनै जानि' कखन कतऽ अहाँ सँ, इकरार भऽ गेलै ! हम देखिते रहि गेनौ, आओर प्यार भऽ गेलै !!
Read moreआबि गेलौं हम भौजीकऽ संग खेल होली , नई करू भौजी ऐना आँख मिचोली ! बैच नई सकैत छि अहाँ हमरा सँ , आई भिगाकऽ जायब अहाँकऽ चोली !!
Read moreअहाँक संग होलीमें रंगीन भऽ गेलौं , रंगकऽ बहारमें संगीन भऽ गेलौं ! वर्षो सँ प्यासल छल ई तन बदन , अहाँक पिचकारी कऽ रंग सँ नमकीन भऽ गेलौं !!…
Read moreखुशी सँ भरल रहे अहाँक जिनगी , रंगकऽ बरसात में भिगल साथी संगी ! रंग और अबीर के भऽ गेल अछि बौछार , आबि गेल रंग भरल होली कऽ त्यौहार !!
Read moreमथुरा के खुश्बू गोकुल के हार , बृन्दावन के सुगंध बरसाने कऽ फुहार ! राधा कऽ उम्मीद कान्हा कऽ प्यार , मुबारक अछि अहाँके होली कऽ त्योहार !!
Read moreखुदा करे हरेक साल चाँद बनिकऽ आबे , दिनकऽ उजाला शान बनिक ऽ आबे ! कखनो दूर नई होए अहाँक चेहरा सँ हंसी , ई होली कऽ त्योहार एहन मेहमान बनिक ऽ आबे …
Read moreमिथिला एहन महान छै एत: ज्ञान आ विज्ञान छै मजगुत अछि अतेक सामाज जे संग - संग बेद कुरान छै अनेक जात…
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin