ब्याकुलता संग छटपट दा कहु ककरा मोनक ओ हर अटपट दा कहू ककरा आन उपरागि त बस नै अपनो सब छैहे अपनोे सँ आब खटपट दा कहू ककरा …
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Read moreदिलक' दर्द जुवान प ऽ लाउ कोना। देने अछि घाउ गीत गाउ कोना।। बड रंग बिरंगी अछि चाल हुनक। धागा टूटि' गेल आब रंगाउ कोना।। बि…
Read moreकाँट सँ भरल तलाबके बाते नै करू दिल तोरि' गेली जनाबके बाते नै करु सियाह भेल बादल बर्षलै नै कोना धोखा ओ दैत गेली तनाबके बाते नै करू आइर बनोने ओ बड डैर…
Read moreकहिँ हमरो जौ बहिन रहैतियै आइ एहेन नञि दिन रहैतियै॥ बन्हाबितौ रक्षाक' बन्हन हमहुँ, खाली हाथ ई रङ्गीन रहैतियै॥ उतारितै नजैर-गुजैर लगा टिका, जीवनपथ न…
Read moreओ दिदी के दुलार छै एखनो ! ओ बहिनक' प्यार छै एखनो !! अलग भेल छी बियाहक' बाद सँ मुदा तैयो बन्धन बान्हल अछि राखीक' त्योहार सँ एखनो !! सदिखन ल…
Read moreइ बन्धन अनमोल अछि ! जे सौसे जगमें सोर अछि !! भाइ बहिनके प्रीतसे बनल ! इ राखीके डोर अछि !! इ कतेक सुनर बोल अछि ! जे भाइ बहिनके जोग अछि !! भाइ बहिनके प्…
Read moreभाई-बहिनक' प्रेम भरल छै लिअ ने एकरा अर्थ अनेक एक दिन ला' सालमे आबए तें तऽ छै ई पर्व बिशेष । थाल सजल छै लड्डु रखल छै लाल चन्दनसँ माथ रङ्गल छै ह…
Read moreसुतलामे देखलौं, आई ऐहन सपना राखी लेने बहीन, ठाड छलै अंगना निपल पोतल छलै, घर आ असोरा पिढिया पऽ गढल छलै, पिठारक' छपना काग कुचरैत छलै, आश बढैत छलै बा…
Read more__✍ आरती झा आइ रधिया माय समयसँ पहिने आबि गेल छल काज करय । कारण पुछलहुँ तऽ बड्ड हुलसि के' बाजल, "मलिकाइन, आइ रध…
Read more__✍ आनन्द राम राखी सँ छि थाली सजौने, फल फूल मिठाईसँ डलिया । चंदनसँ छि कटोरी सजौने, कखन एत: हमर भइया ।। चिक्नी माटिक' छि चौरा…
Read moreआइ फूल अपन ब्यथा सुनबै अछि ! कोना'क जीवन अपन बितबै अछि !! कांटक बीचमे रहि नमहर भेलै ! आबि'क वो भमहरा रस पीबै अछि !! किनको खोपाके सुन्दरत…
Read moreभैया हमरा सँ दूर अछि मुदा मन मे पूर्ण विश्वास अछि रक्षा बन्धन के दिन भैया निश्चय हमरा गाम आएत संग मे प्रेम दूलारक भंडार लाएत [१] आइ मोन बड हर्षित अछि …
Read moreओ हात-हात नै जै हातक' कलाइ प ऽ , बहिन सँ बान्धल राखिक' डोर नै ! भाइ आ बहिनक' रिस्ता जका, कोनो रिस्ता चारु जगतमे कौनो ओर नै !!
Read moreसबहक भाई के देखिक' कनैत होतै दीदी ! बाट' मे नयन बिछाक' दिन गनैत होतै दीदी !! ठोर मुह सुखौने निराश भेल होतै ! जखन चौका लगाव लेल पिठार …
Read moreचोर नयन सँ मन चोराव चाहैछी अहाँ के ! अपन मोनक मित बनाव चाहैछी अहाँ के !! मोन मे प्रेमक बादल उमरि' रहल छैक ! वर्षा बनि' भिजाव चाहैछी अहाँ के !! …
Read moreकखन हरब दुःख मोर यौ बाबा कखन हरब दुःख मोर जग सँ थाकि आहिं लग एलऊँ - २ गहल चरण हम तोर यौ बाबा कखन हरब दुःख मोर सबहक आश पुरेलियै यौ बाबा हमरो हरु ने क्ले…
Read moreआएल राखी के त्योहार, संग खुशील'य हजार ! जाएब भैया संग बाजार, किनब समीज सलवार !! थाड़ी आरती के सजाएब, टीका माथा पर लगाएब ! अरिपन अंगना मे बनाएब, ठा…
Read moreरहि-रहि क ऽ बाट हम ताकी, राखी सँ सजा रखने छि थारी !! जखन अबै अहि गली में गाड़ी, खिड़की सँ चटहि हुलकी मारी !! नैहर सँ भेजतै माइयो सनेश, भौजी भेजथिन फेर स…
Read moreकाल्हि ईद हेतै हँसैत कनी ठोर हेतै मुदा मन कनी उदास हेतै हाथ भरि ओकर मेहदी रंग नै निखार एतै देह में नव कपड़ा सँ सजल धजल तबो पावनि ईद हुनका लेल नै सोह…
Read moreहम जेना रहै छियै अधुरा, ओहो रहैत होतै पीडा बिछोडक' हमरे जकाँ, ओहो सहैत होतै होतै निरन्तर अबैत नयनमें जखन ओ कोहबर घर विरह कें आगिमे हमरेसन, ओहो जरैत ह…
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Read moreबिनु अहाँ राति' लगै पहाड़ सन । दिन सेहो सगरो लगै अन्हार सन ।। कतबो दिअ अहाँ भरोसा यौ साजन । लगैय हमरा ओ छुछ दुलार सन ।। घर सँऽ बहराइते सब ताक…
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