सालक ऽ प्रतिक्षा सभक ऽ दूर भेलै निकलैय चान । मुस्लिम भायक ऽ महान पर्व सुरु भेलैय रमजान । । भरि मास भुख पियास सहि जपतै हुनके नाम । रखने अते विश्वास अल…
Read moreआबि गेल अछि साउनकऽ महिना , सजनी आ सजनाके मिलनक ऽ महिना ! ए बादल तू कनिक थैम क ऽ बरस , हमरासँ मिले आबि रहल अछि हमर हसिना !!
Read moreअहाँ प्रेमक ऽ एक एहसास चाही , ई दिलके सुनेवाला एक आवाज़ चाही ! हमरा आउर किछ नै चाही, बस अहाँक ऽ एक मुस्कान चाही !! अहाँक ऽ एक नज़र देखिक ऽ , …
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Read moreलगाक ऽ गर्दनमें जोरी मरतै कते हे गे गोरी । । बात कि तोहार ( अंदर छौ ) - २ हे हे… डिजाइन बड़ डेंजर छौ ! देखक ऽ मदमस्त यौवन फिसलौ सभक ऽ तनमन गोर…
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Read moreमलियाकऽ बाग़ पसंद आएल , भवराक ऽ फूल पसंद आएल ! किनको किछ पसंद आएल, मुदा हमरा अहाँक ऽ अंदाज़ पसंद आएल !!
Read moreलाइक पेज : मि थिलाञ्चल शायरी शायरी साभार : राजदेब राज एडिट : राजदेब राज
Read moreछोड़ि देलौं हमर संग कत ऽ चलि गेलौं अहाँ ! क ऽ ह्रदय के अंग - भंग कत ऽ चलि गेलौं अहाँ !! सजौने रही मोनक ऽ गाममें अहाँके फूल सँ ! ओही फूलके क ऽ बेरंग…
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Read moreअहाँक ऽ चेहरा देख्ते, बेजान देहमें जान आयल ! वर्षहुँ वर्ष बाद आइ ठोर पर मुस्कान आयल !! गुजगुज अन्हारो लागैय हमरा टहटह ईजोरिया ! जेना गगनसँ उतरि ई धर्ती…
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याद बड़ आबैय अप्पन मिथिला, मैथिल हमर नाम ! स्वर्ग सँ सुन्दर पावन यौ भैया, अप्पन मिथिला धाम !! याद बड़ आबैय साथी संगी आ उ बाबा के दलान ! माई कहैत छथि चलिआ …
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